Sunday, 30 September 2012

तुम्हारी मुस्कराहट

तुम्हारी मुस्कुराहटों में

झलकता है

तुम्हारा प्यार

और

मेरा दुलार

तुम्हारी मुस्कुराहटों पर

कर दूं मैं निसार

मेरी साँसें

मेरी धड़कन

अपना ये संसार

तुम्हारी मुस्कराहट से

महकता है

मेरे मन का

खिलता हुआ गुलशन

तुम्हारे मुस्कराहट से

मिलता है मुझे

हर पल इक नया जीवन

तुम्हारी मुस्कराहट है

तो बहार है

फूलो तितलियों को भी

इनका इंतज़ार है

तुम्हारी मुस्कराहट से

मुस्कुराते हैं चाँद तारे

और खुशी से

झूम उठते हैं

मेरे अरमान सारे




No comments:

Post a Comment