मेरी ज़िन्दगी में
तुम्हारा यूँ आना
आकर मुस्कुराना
जैसे
सिन्दूरी सूरज
का निकलना
भोर के धुंधले आसमान में
अपनी किरणें बिखेरना
तम को बुहार कर
मुस्कुराना
और फिर
सारे जहां पर छा जाना
जैसे
तुम छा गयी हो
मेरी ज़िन्दगी में
तुम्हारा यूँ आना
आकर मुस्कुराना
जैसे
सिन्दूरी सूरज
का निकलना
भोर के धुंधले आसमान में
अपनी किरणें बिखेरना
तम को बुहार कर
मुस्कुराना
और फिर
सारे जहां पर छा जाना
जैसे
तुम छा गयी हो
मेरी ज़िन्दगी में
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