आज मन बहुत उदास है
वो आज नहीं मेरे पास है
जब वो था
हम महीनों में मिलते थे
जब भी मिलते
दोनों के चेहरे खिलते थे
उसने
कभी किसी को उदास
होने नहीं दिया
और कभी
किसी को यह अहसास
होने नहीं दिया
कि
वो यूँ अचानक
हमसे दूर चला जाएगा
फिर लौट कर
कभी नहीं आएगा
आज बस
उसकी याद बाकी है
जाग सके जो ना साथ
वो रात बाकी है
वो आज नहीं मेरे पास है
जब वो था
हम महीनों में मिलते थे
जब भी मिलते
दोनों के चेहरे खिलते थे
उसने
कभी किसी को उदास
होने नहीं दिया
और कभी
किसी को यह अहसास
होने नहीं दिया
कि
वो यूँ अचानक
हमसे दूर चला जाएगा
फिर लौट कर
कभी नहीं आएगा
आज बस
उसकी याद बाकी है
जाग सके जो ना साथ
वो रात बाकी है
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