Thursday 26 July 2012

तुमसे यूँ मेरा मिलना

सोचा नहीं था 

तुमसे मिलूंगा 

तय था मगर 

तुमसे यूँ मेरा मिलना 

नीले नभ के साए में हुआ 

तुमसे यूँ मेरा मिलना 

देख सूरज भी मुस्काया 

तुमसे यूँ मेरा मिलना 

फूलों और कलियों को भी भाया 

तुमसे यूँ मेरा मिलना 

चाँद तारों संग देखने आया 

तुमसे यूँ मेरा मिलना 

रात भी देख देख शरमाया 

तुमसे यूँ मेरा मिलना 

जाने क्यूँ सबको हरसाया 

तुमसे यूँ मेरा मिलना 

चाहे से भी टल ना पाया 

तुमसे यूँ मेरा मिलना 

दिल को मेरे भी भाया 

तुमसे यूँ मेरा मिलना 

अगर ना होता 

तुमसे यूँ मेरा मिलना 

जान ना पाता कितना मधुर था 

तुमसे यूँ मेरा मिलना 

2 comments:

  1. चाहे से भी टल ना पाया

    तुमसे यूँ मेरा मिलना ....बेहद खूबसूरत एहसास ...

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  2. behad khoobsurat ehsaas !

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