देखो बहारें आने को है
फूलों से चमन महकाने को है
अब और उदासी मत ढोना
ग़म के आंसू मत रोना
खुशियों का शमा छाने को है
दर्द तुम्हारा जीत गया
उदासी का पल बीत गया
अब सुखों का रेला आने को है
अरमानों के फुल खिलाने को है
आगे बढ़ो और थामो उसको
ज़िन्दगी जो तुमको थमाने को है
आशाओं से सींचो उसको
उम्मीद तुमसे ज़माने को है
फूलों से चमन महकाने को है
अब और उदासी मत ढोना
ग़म के आंसू मत रोना
खुशियों का शमा छाने को है
दर्द तुम्हारा जीत गया
उदासी का पल बीत गया
अब सुखों का रेला आने को है
अरमानों के फुल खिलाने को है
आगे बढ़ो और थामो उसको
ज़िन्दगी जो तुमको थमाने को है
आशाओं से सींचो उसको
उम्मीद तुमसे ज़माने को है
No comments:
Post a Comment