जाने क्यों
दिन बहुत ही बोझिल था
कल तेरे जाने के बाद
सांझ भी उदासी ढोती रही
कल तेरे जाने के बाद
रात भी छुप छुप कर रोती रही
कल तेरे जाने के बाद
जाने किस बात से हैरां थे सब
कल तेरे जाने के बाद
जाने किस गम से परेशां थे सब
कल तेरे जाने के बाद
जाने क्यूँ तड़पते रहे सब
कल तेरे जाने के बाद
ज़िन्दगी थम सी गयी है
सनम तेरे जाने के बाद
जाने दिल क्यूँ पत्थर सा हो गया है
बस तेरे जाने के बाद
हसरतें भी सिमट गयीं हैं
अब तेरे जाने के बाद
चाहतें मरने लगीं हैं
सब तेरे जाने के बाद
मंजिलें सब खो गयीं
कल तेरे जाने के बाद
ज़िन्दगी ज़िन्दगी नहीं रही
इक तेरे जाने के बाद
खुद को नहीं देखा मैंने
कल तेरे जाने के बाद
तेरे ना होने का गम क्या है
ये जाना मैंने
कल तेरे जाने के बाद
कहीं से लौट कर आ जाओ
कि दिल नहीं लगता सनम
अब तेरे जाने के बाद
दिन बहुत ही बोझिल था
कल तेरे जाने के बाद
सांझ भी उदासी ढोती रही
कल तेरे जाने के बाद
रात भी छुप छुप कर रोती रही
कल तेरे जाने के बाद
जाने किस बात से हैरां थे सब
कल तेरे जाने के बाद
जाने किस गम से परेशां थे सब
कल तेरे जाने के बाद
जाने क्यूँ तड़पते रहे सब
कल तेरे जाने के बाद
ज़िन्दगी थम सी गयी है
सनम तेरे जाने के बाद
जाने दिल क्यूँ पत्थर सा हो गया है
बस तेरे जाने के बाद
हसरतें भी सिमट गयीं हैं
अब तेरे जाने के बाद
चाहतें मरने लगीं हैं
सब तेरे जाने के बाद
मंजिलें सब खो गयीं
कल तेरे जाने के बाद
ज़िन्दगी ज़िन्दगी नहीं रही
इक तेरे जाने के बाद
खुद को नहीं देखा मैंने
कल तेरे जाने के बाद
तेरे ना होने का गम क्या है
ये जाना मैंने
कल तेरे जाने के बाद
कहीं से लौट कर आ जाओ
कि दिल नहीं लगता सनम
अब तेरे जाने के बाद
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