Tuesday 21 August 2012

तुम्हारा ख्याल

तुम्हारे ख्यालों से भी

तुम्हारी खुशबू आती है

जब भी तुम्हारा ख्याल आता है

मेरी सांस महक जाती है

ख्यालों में जब तुम

मेरी बन कर आती हो

हर तरफ से बस

फूलों की महक आती है

जब ख्यालों में आकर

तुम मुस्कुराती हो

चांदनी की महक आती है

ख्यालों में

चूमता हूँ जब लब तुम्हारे

गुलाबों की महक आती है

ख्यालों में

जब गले से मेरे लग जाती हो

मेरी सारी कायनात

रजनीगन्धा सी महक जाती है

मैं समझ नहीं पाता हूँ

कि

तुम अंग अंग से फूल हो

या

गुलशन के हर फूल की महक

तुम्हारे अंग अंग से आती है




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