Sunday 26 August 2012

तेरे नाम

मैं तेरे नाम की एक शाम

जीना चाहता हूँ 

तेरे नाम की एक जाम 

पीना चाहता हूँ 

चाहतों को अपनी तेरे नाम 

करना चाहता हूँ 

तू जो इज़ाज़त दे दे अगर 

अपनी हर सांस पर तेरा नाम 

लेना चाहता हूँ 

दिल की हर धड़कन तेरे नाम 

करना चाहता हूँ 

और क्या कहूं मेरी हमदम 

अपनी ये ज़िंदगी तेरे नाम 

लिखना चाहता हूँ 


1 comment:

  1. so well expressed....loved the way it has been wriiten.....awesum......

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