तनहाइयां
सोचा ना था
कभी
जिंदगी
इन हालातों से
गुज़र कर जाएगी
तनहाइयां
साथ होंगी
और
तुम्हारी याद
तडपाएगी
महफ़िल
सूना सूना होगा
और
खामोशी
नगमें सुनाएगी
रात
काली होगी
और
सुबह
कभी ना आएगी
रास्ते तो होंगे
मगर
मंजिल
नज़र ना आएगी
जाने कब
फिर
ज़िन्दगी में
खुशियाँ
लौट कर आएगी
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