Friday 29 June 2012

मौन

मौन को समझो तुम 

मौन कितना कुछ कहता है 

पर मौन चुप ही रहता है 

चुप रहकर सब कुछ कहता है

मौन की कोई भाषा नहीं 

मौन की कोई परिभाषा नहीं 

मौन सा कोई संवाद नहीं

मौन का कोई स्वाद नहीं 

मौन कभी तलवार है 

तो मौन कभी सुविचार है 

मौन कभी इकरार है 

तो मौन कभी इनकार है 

मौन कभी तकरार है 

तो मौन कभी प्यार है 

मौन से भला कौन जीता

मौन की शक्ति अपार है 


1 comment:

  1. टूटता है अपने परिधि से कोई..
    जब मौन बोलता है...!!

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