जाने कहाँ गए वो दिन
मेरी कविताओं का संग्रह ©
Saturday, 6 October 2012
जब तुम नहीं थे
सोचता हूँ कभी कभी
जब तुम नहीं थे
तुम क्यूँ नहीं थे
होना तो था ही तुम्हें
जब मिलना तुमसे लिखा हुआ था
शायद
मिलने की घड़ी अभी थी
इसलिए तुम तब नहीं थी
1 comment:
वसुन्धरा पाण्डेय
18 October 2012 at 18:40
बहुत ही कोमलता से लिखे गये शब्द! खूबसूरत!
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