Friday, 25 April 2025

रूहों के सफर के मेरे हमसफर

 रूहों के सफर के मेरे हमसफर,

तेरे बिना अधूरी लगे ये डगर।

तुझसे ही है धड़कन और सांसे मेरी

तू ही मेरा सुकून, तू ही मेरा जहां


तेरी हँसी में छुपा है सवेरा,

तेरे बिना लगे सब अधूरा।

तेरे ख्यालों में बीते ये शामें,

तेरे प्यार में ही हैं मेरे मुकाम।


हर पल तू पास हो जैसे हवा,

तेरे बिन लगता है सब कुछ जुदा।


तेरी निगाहों में बसी है कहानी,

जिसमें है मेरी भी एक दीवानी।

तेरा नाम लूँ तो लगे इबादत,

तू ही है मेरी हर एक आदत।


तेरे साथ चलूं तो लगे ये जहां,

जैसे मोहब्बत बनी मेरी ज़ुबां।

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