Friday, 25 April 2025

एक तुम्हारे आने से - 3

 एक तुम्हारे आने से कैसे सब कुछ खुशनुमा हो गया,

सूनी राहों में जैसे कोई चिराग़ जल गया।


थी जो तन्हा सी हर घड़ी, अब मुस्कुराने लगी,

तेरी बातों में जैसे कोई जादू सा बह गया।


छुपा था जो दिल में अरसे से, अब लबों पे आ गया,

तेरे प्यार में हर ग़म भी जैसे ख़ुशगवार हो गया।


तेरी हँसी की रौशनी से, दिल का अंधेरा मिट गया,

तेरी नजरों के तसव्वुर में, हर मंज़र नया लग गया।


जो कल तक अधूरी थीं दुआएँ, अब मुकम्मल हो गईं,

तेरे साथ चलकर ज़िंदगी का मतलब मिल गया।


हर पल तेरे ख्याल में डूबा रहता है ये दिल,

तू जो मिला है तो जैसे खुदा भी मिल गया।

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