Friday, 25 April 2025

एक तुम्हारे आने से -1

 एक तुम्हारे आने से मौसमों में नमी सी छा गई,

दिल की वीरान वादियों में नर्म सी हवा चल गई।


तेरी हँसी की शोखियाँ हर साज को छूने लगीं,

तेरे लबों की खामुशी भी कुछ कह गई, कुछ सुन गई।


पलकों पे जैसे ख्वाब कोई पहली बार रुका हो,

तेरी नजर की उस झलक से रूह तक महक गई।


सदियों से जो तन्हा थी वो धड़कनें बोलने लगीं,

तेरे करीब आके जैसे ज़िंदगी बहक गई।


तेरा नाम लबों पे आए तो धड़कनें धीमे चलें,

तू जो मिला तो हर दुआ अपनी जगह पे थम गई।

No comments:

Post a Comment