मेरी नियति
मुझे
तुम्हारे पास लेकर आई है
जिंदगी मेरी
तुम से मिलकर ही
जीवन पाई है
जो नहीं मिलता
मैं तुमसे
जिंदगी मेरी
अधूरी रह जाती
कमी जीवन की
कभी पूरी नहीं हो पाती
पूर्णता तुमसे जो पाई है
मेरी दुनिया उसी में समाई है
बस यूँ ही हर जनम
मेरी कमी पूरी करती रहना
तुम मेरी हो
बस मेरी ही बन कर रहना
बेहतरीन शुकराना अपनी प्रेयसी का !!
ReplyDelete