बुजुर्गों से अपने
पाई है मैंने
विरासत में
कई अमूल्य सौगातें
कुछ उलझे हुए सवाल
कुछ सुलझी हुई बातें
कुछ कठिनाइयों से ताल मेल
कुछ समाधान से मुलाकातें
कुछ जेठ से तपते दिन
कुछ शरद सी शीतल रातें
कुछ धैर्य में लिपटे पल
कुछ अनजानी आघातें
कुछ दर्द भरी घड़ियाँ
कुछ खुशियों की बरसातें
कुछ मीठे मीठे सपने
कुछ नर्म नर्म जज़बातें
कहाँ जी पाते हम यह जिन्दगी
जो न होतीं ये सौगातें
संजोया है इनको
मन के आँगन में
लगा के बिरवा इनका
सम्हाल कर तिनका तिनका
कि
फले फूले ये वहाँ
तब तक
सौंप न दूं ये विरासत
अपनी अगली पीढ़ी को
जब तक
पाई है मैंने
विरासत में
कई अमूल्य सौगातें
कुछ उलझे हुए सवाल
कुछ सुलझी हुई बातें
कुछ कठिनाइयों से ताल मेल
कुछ समाधान से मुलाकातें
कुछ जेठ से तपते दिन
कुछ शरद सी शीतल रातें
कुछ धैर्य में लिपटे पल
कुछ अनजानी आघातें
कुछ दर्द भरी घड़ियाँ
कुछ खुशियों की बरसातें
कुछ मीठे मीठे सपने
कुछ नर्म नर्म जज़बातें
कहाँ जी पाते हम यह जिन्दगी
जो न होतीं ये सौगातें
संजोया है इनको
मन के आँगन में
लगा के बिरवा इनका
सम्हाल कर तिनका तिनका
कि
फले फूले ये वहाँ
तब तक
सौंप न दूं ये विरासत
अपनी अगली पीढ़ी को
जब तक
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