कैसी है यह जिंदगी
जिसका कोई लम्हा
मेरा नहीं
इसमें
मेरे ख़्वाबों की कोई
जगह नहीं
मेरे अरमानों की कोई
सुबह नहीं
पर जिए जा रहा हूँ
यह ज़िन्दगी
औरों की खातिर
सबकी चाहत पूरी करने को
सबकी आस पूरी करने को
मुद्दे तो बहुत हैं
जीने के लिए
पर इनमें
मेरा कोई मुद्दा नहीं
क्यूँ जी रहा हूँ
इस तरह
जब कि मुझे भी मालूम है
मेरे जीने से
मेरी ज़िन्दगी का
कोई मतलब नहीं
बस जिए जा रहा हूँ
औरों की खातिर
कि सब जी सकें
अपनी खातिर
जिसका कोई लम्हा
मेरा नहीं
इसमें
मेरे ख़्वाबों की कोई
जगह नहीं
मेरे अरमानों की कोई
सुबह नहीं
पर जिए जा रहा हूँ
यह ज़िन्दगी
औरों की खातिर
सबकी चाहत पूरी करने को
सबकी आस पूरी करने को
जीने के लिए
पर इनमें
मेरा कोई मुद्दा नहीं
क्यूँ जी रहा हूँ
इस तरह
जब कि मुझे भी मालूम है
मेरे जीने से
मेरी ज़िन्दगी का
कोई मतलब नहीं
बस जिए जा रहा हूँ
औरों की खातिर
कि सब जी सकें
अपनी खातिर
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