Monday, 11 August 2025

तू परेशान थी

 रात... तेरी बेचैनी से जागती रही,

सुबह... तेरी ख़ामोशी से बोलती रही।


तू परेशान थी...

और मेरा दिल टूटता रहा तेरे हर ख्याल पर।


हर सवाल तेरा...

मेरे सीने में जैसे दस्तक देता रहा।


तूने मनाया…

जान बन कर।

अब मैं निभाऊंगा…

रूह बन कर।


तेरी मुस्कान…

अब मेरा मक़सद है।

और हाँ,

उसे लौटाना मेरा वादा है।


तेरी आंखें जो न कह सकीं,

वो सब मैं सुन चुका हूँ।


प्यार तेरा…

बेहिसाब है,

और मेरा…

तेरे नाम की हर धड़कन।


तेरे बिना जीना?

अब सोचना भी मुमकिन नहीं।


मैं तुझे हर साँस में रखूंगा,

हर पल में छुपा लूंगा।


मुझे तुझ पर यकीन है,

और अब

तेरे दिल को भी वही सुकून दूंगा।


जो टूटा है,

उसे गले लगाकर जोड़ दूंगा —

हमेशा के लिए।


अब बस मुस्कुरा दे,

क्योंकि बस इक …

तेरे होने से मेरी दुनिया रोशन है।

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