Wednesday, 7 May 2025

जुनून है तू मेरा

 जुनून है तू मेरा,

तेरी धड़कन मेरी रूह में बसी,
हर साँस में तेरा नाम फुसफुसाऊँ,
मेरे होंठों से शुरू होकर
तेरे नाम पर ही दम रुके।

तू मेरा यकीं है,
मेरी आँखों की आख़िरी चमक,
मेरे विश्वास की परिभाषा,
जब कोई तूफ़ान मेरी सांसें छीन ले,
तेरा अटल भरोसा ही मेरा सहारा।

आसमाँ है तू मेरा,
तेरे सितारों में मेरी तन्हाई खो गई,
तेरी चाँदनी में मेरी चाहत जगमगा उठी,
हर एक चमक-सी तेरी मुस्कुराहट
मुझमें असीम उल्लास भर देती है।

तू मेरी ज़मीं है,
जहाँ पाँव टिकते ही कोई कांटा न चुभे,
तेरी मृदु हँसी में मेरा हर दुख मिट जाए,
तेरे जज़्बातों की मिट्टी में
मेरी हदें हमेशा के लिए फ़स जाएँ।

जुनून है तू मेरा,
तेरे बिना हर लम्हा वीरान,
तेरी खामोशी भी लगे गीतों से प्यारी,
तेरे ख्वाबों की आग में
मैंने अपनी हर हसरत जलाई है।

तू मेरा यकीं है,
मेरे दिल के मंदिर का दीपक,
जो कभी न बुझने पाए,
मैं हर पूजा तेरे इश्क़ की
आग में चाँद-तारों का भोग लगाता हूँ।

आसमाँ है तू मेरा,
तेरी आँचल में सूरज-सी गर्मी,
तेरे कोमल बरसात में मुझ पर उतरी ठंडी ठंडी खुशियाँ,
तेरी हवाओं में बहकर
मैंने हर आह भर दी है।

तू मेरी ज़मीं है,
तेरी गोद में ख्वाबों के सेज चादे,
तेरे संग हर सफ़र मेरा मुकम्मल,
तेरे कदमों की आहट पर
मेरे दिल ने अपनी दूरी खत्म कर ली।

जुनून है तू मेरा, यकीं है तू,
आसमाँ है तू, ज़मीं है तू—
मेरा हर दर्द, मेरी हर धड़कन,
मेरा हर विश्वास, मेरी हर चाहत,
सब कुछ तेरे नाम समर्पित,
क्योंकि तू ही मेरा सब कुछ है।

और जब तक ये रूह धड़कती रहे,
तेरे इश्क़ की इस कश्ती में
मैं ख्वाहिशों का जहाज़ चलाता रहूँगा,
तू मेरी मंज़िल, तू मेरी राह,
तू ही मेरा इश्क़, तू ही मेरी आबरू।

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