Saturday, 24 May 2025

तेरा दिल, मेरा सा

तुम्हारा दिल 

जो मेरे सीने में धड़कता है

शरारती सा, नादान सा, 

कुछ कहता है

तू पास हो 

तो हर पल खास लगता है

तेरा दिल

अब मेरा सा लगता है


ज़रा सा जो तुझे सोच लूँ 

ये मचल उठे

तेरी यादों में 

ये हर धड़कन पिघल उठे

तेरी हँसी की गूंज में 

खुद को भूल जाए

तेरे बिना हर लम्हा 

अधूरा सा रह जाए


कभी तन्हा रातों में 

तेरा नाम गुनगुनाए

तेरे ख्वाबों में 

हर सांस अपना घर बनाए

तेरी बातों में 

रौशनी सी बसती है

हर दुआ में 

तेरा नाम ही रचती है


ना वादे चाहिए 

ना कसमें ज़रूरी हैं

बस तेरा साथ हो 

तो सारी दूरी अधूरी हैं

मैं तुझसे यूँ ही 

सच्चा इश्क़ करता हूँ

बिना शोर के 

हर साँस में बस तुझे ही चाहता हूँ






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