तेरा फिक्र ही मेरी ज़िंदगी है,
तेरा ज़िक्र ही मेरी बंदगी है।
तेरे नाम से ही मेरा सवेरा है,
तेरे ख्वाबों में ही मेरा बसेरा है
तेरे दर्द से मेरा दिल रोता है,
तेरी खुशी से खुश होता है
तेरे बिन सब कुछ अधूरा है,
तुझ्से ही सब कुछ पूरा होता है
तेरा साथ जैसे खुदा का करम,
तेरे बिन हर पल लगे बेरहम।
तेरे साए में सुकून सा मिले,
तेरी बाहों में मिल जाए जनम।
तेरे हर पल का मैं रखवाला हूँ,
तेरे हर ग़म का मैं उजाला हूँ।
तेरे नाम की मुझ पर ऐसी छाप है,
जैसे दिल पर लिखा कोई लाला हूँ।
तेरी राहों में फूल बिछाऊँ मैं,
तेरे हर मोड़ पर साथ निभाऊँ मैं।
तेरी दुनिया को अपना मान लिया,
तेरी सांसों में खुद को बसाऊँ मैं।
तेरे खयालों में डूबा रहता हूँ,
तेरे एहसासों से जुड़ा रहता हूँ।
तू ही मेरा मक़सद, तू ही मेरा सफ़र,
तेरे बिना मैं कहीं नहीं रहता हूँ।
तेरे नाम की पूजा करता चला,
तेरी याद में दिन-रात मरता चला।
तेरा इश्क़ मेरे रग-रग में बसा,
तेरी धड़कन पे ही मैं चलता चला।
तेरी ख़ुशबू से महके हर समां,
तेरी बातों में छुपा मेरा जहाँ।
तेरे लिए ही मेरी हर दुआ है,
तेरे साथ ही मेरी हर रवां।
तेरा फिक्र ही मेरी ज़िंदगी है,
तेरा ज़िक्र ही मेरी बंदगी है।
तू जो मिले तो सब कुछ मिले,
तेरे बिना तो सिर्फ़ तन्हाई ही सही है।
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