हम कौन हैं
हमारा वजूद क्या है
हम सब
एक रचे रचाए कहानी के पात्र हैं
जिसको हर पल
दी गयी भूमिका अदा करनी है
दिए गए बोल बोलने हैं
साँसों की शुरुआत से
आखिरी सांस तक
हम बंधनों में बंधे हैं
चाह कर भी हम
इन बंधनों को तोड़ नहीं सकते
क्यूंकि हम हर पल
इन्हीं दायरों में परखे जाते हैं
हम हम होकर भी हम नहीं हैं
क्यूंकि हमारे ऊपर
बंदिशों के पहरे लगे हैं
कोई ये क्या जाने
यहाँ पर हर इंसान
खुद में एक अजूबा है
हर के अन्दर एक अलग जज़्बा है
कभी इन्हें बंदिशों के बाहर परख कर देखो
इनका सही रूप नज़र आएगा
इनकी मजबूरियों से बाहर इन्हें
हम कभी नहीं देखते
इसलिए हमें ये सब हमेशा
एक रचे रचाए कहानी के पात्र नज़र आते हैं
हमारा वजूद क्या है
हम सब
एक रचे रचाए कहानी के पात्र हैं
जिसको हर पल
दी गयी भूमिका अदा करनी है
दिए गए बोल बोलने हैं
साँसों की शुरुआत से
आखिरी सांस तक
हम बंधनों में बंधे हैं
चाह कर भी हम
इन बंधनों को तोड़ नहीं सकते
क्यूंकि हम हर पल
इन्हीं दायरों में परखे जाते हैं
हम हम होकर भी हम नहीं हैं
क्यूंकि हमारे ऊपर
बंदिशों के पहरे लगे हैं
कोई ये क्या जाने
यहाँ पर हर इंसान
खुद में एक अजूबा है
हर के अन्दर एक अलग जज़्बा है
कभी इन्हें बंदिशों के बाहर परख कर देखो
इनका सही रूप नज़र आएगा
इनकी मजबूरियों से बाहर इन्हें
हम कभी नहीं देखते
इसलिए हमें ये सब हमेशा
एक रचे रचाए कहानी के पात्र नज़र आते हैं
No comments:
Post a Comment