तुम्हारा आना
तुम्हारा आना
जैसे सुबह की किरणों का
मेरे आँगन में उतर जाना
तुम्हारा मुस्कराना
मेरे दिल की कलियों का
खिल जाना
तुम्हारा खिलखिलाना
जैसे मन मंदिर में
सैक़ड़ों घंटियों का
एक साथ बज जाना
तुम्हारा रूठना
जैसे सारी कायनात का
सहम कर ठहर जाना
तुम्हारा होना
मेरे होने की
वजह होना
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